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बीईएल ने गुणवत्ता सुधार में मानकों की भूमिका पर वेबिनार का आयोजन किया

बेंगलुरु, 1 दिसंबर, 2021: नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के बैंगलोर कॉम्प्लेक्स ने 1 दिसंबर, 2021 को अपने विक्रेताओं के लिए ‘संपूर्ण आपूर्ति श्रृंखला में गुणवत्ता में सुधार – गुणवत्ता सुधार में मानकों की भूमिका’ पर एक आभासी इंटरैक्टिव वेबिनार आयोजित किया। , आजादी का अमृत महोत्सव और आत्मानिर्भर भारत मनाने के लिए।

बीईएल की सभी नौ इकाइयों को कवर करते हुए पूरे भारत से कुल 110 उप- अनुबंध विक्रेताओं ने वेबिनार में भाग लिया। बीईएल की सभी इकाइयों और एसबीयू के गुणवत्ता प्रमुख कॉर्पोरेट गुणवत्ता टीम के साथ उपस्थित थे।

श्री नरसिम्हा कुमार एस वी एन, सीनियर डीजीएम (कॉर्पोरेट क्वालिटी) ने प्रतिभागियों का स्वागत किया। श्रीमती पद्मा शर्मा, प्रबंधक (कॉर्पोरेट मानक) ने प्रशिक्षण सत्र का संचालन किया। उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों का पालन करने और अपनाने के बारे में गुणवत्ता पहलुओं को सामने लाया, और विभिन्न उप-अनुबंध विक्रेताओं द्वारा बीईएल को पेश की जा रही प्रक्रियाओं और उत्पादों के लिए गुणवत्ता बनाए रखने के लिए मानकों की आवश्यकता पर जोर दिया।

विक्रेताओं के साथ एक इंटरैक्टिव प्रश्न और उत्तर सत्र का पालन किया गया, जिसका संचालन श्री सूर्य प्रसाद वी, सीनियर डीजीएम (कॉर्पोरेट गुणवत्ता) द्वारा किया गया था।
श्री शंकर सुब्रमण्यम आर, महाप्रबंधक (गुणवत्ता) ने समापन टिप्पणी दी।

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बीईएल सीएफओ ने कॉरपोरेट गवर्नेंस प्रोफेशनल ऑफ द ईयर अवार्ड जीता

बेंगलुरू, 26 नवंबर, 2021: श्री दिनेश कुमार बत्रा, निदेशक (वित्त) और सीएफओ, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने ग्रीनटेक कॉरपोरेट गवर्नेंस प्रोफेशनल ऑफ द ईयर अवार्ड 2021 जीता है। श्री बत्रा ने शुक्रवार, 26 नवंबर, 2021 को तमिलनाडु के महाबलीपुरम में ग्रीनटेक फाउंडेशन द्वारा आयोजित कॉरपोरेट गवर्नेंस समिट में पुरस्कार प्राप्त किया।

री दिनेश कुमार बत्रा ने, नवरत्न रक्षा सार्वजनिक उपक्रम के निदेशक (वित्त) और सीएफओ के रूप में, बीईएल में अच्छे कॉर्पोरेट प्रशासन को सुनिश्चित करने में अत्यधिक योगदान दिया है। उन्होंने सभी स्तरों पर नैतिक और जिम्मेदार नेतृत्व के माध्यम से हितों के टकराव से बचने के लिए पहल की है, और सभी वैधानिक प्रकटीकरण और अनुपालन को सुनिश्चित किया है।

सीएफओ के रूप में, उन्होंने लेखा परीक्षा, नामांकन और पारिश्रमिक, हितधारकों के संबंध और बोर्ड-स्तरीय जोखिम प्रबंधन समितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री बत्रा ने आंतरिक आंतरिक लेखापरीक्षा तंत्र द्वारा उचित आंतरिक जांच के साथ कंपनी के भीतर ठोस आंतरिक नियंत्रण भी सुनिश्चित किया है।

श्री बत्रा, जो बीईएल ऑप्ट्रोनिक डिवाइसेज लिमिटेड (बीईएलओपी), पुणे और बीईएल-थेल्स सिस्टम्स लिमिटेड (बीटीएसएल), बेंगलुरु के बोर्ड में हैं, बीईएल की इन दो सहायक कंपनियों की ऑडिट समितियों के प्रमुख हैं, जो विनियमन, निगरानी और रिपोर्टिंग के लिए जिम्मेदार हैं। मूल्य संवेदनशील जानकारी के उचित प्रकटीकरण के लिए अंदरूनी सूत्र और अभ्यास संहिता और प्रक्रिया द्वारा व्यापार का।

सीएफओ के रूप में, वह कंपनी अधिनियम-2013 (संशोधित) और सेबी (एलओडीआर) 2015, खंड 17 से 27 और कॉर्पोरेट प्रशासन पर डीपीई दिशानिर्देशों के अनुसार सभी प्रकटीकरण और अनुपालन सुनिश्चित करता है।

इसके प्रमाण में, सांविधिक और सचिवीय लेखा परीक्षकों की स्वच्छ रिपोर्ट के अलावा, उन्हें 2020 में इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स से कॉर्पोरेट गवर्नेंस के लिए PSE उत्कृष्टता पुरस्कार मिला है। श्री बत्रा के व्यापक और विविध अनुभव ने उन्हें महत्वपूर्ण और रणनीतिक प्रबंधन निर्णयों में सार्थक योगदान देने में मदद की है।

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बीईएल को लगातार दूसरी बार राजभाषा कीर्ति पुरस्कार मिला बीईएल के राजभाषा अधिकारी को राजभाषा गौरव पुरस्कार मिला

नई दिल्ली, 14 सितंबर, 2021 – नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) को पीएसयू वर्ग (‘ग’ क्षेत्र) में लगातार दूसरे वर्ष प्रतिष्ठित ‘राजभाषा कीर्ति पुरस्कार’ (द्वितीय) प्रदान किया गया।

श्रीमती आनंदी रामलिंगम, कार्यवाहक सीएमडी, बीईएल ने बीईएल की ओर से ये पुरस्कार आज हिंदी दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित वार्षिक पुरस्कार समारोह में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री अजय कुमार मिश्रा और श्री निशिथ प्रामाणिक से ग्रहण किया। माननीय गृह मंत्री, श्री अमित शाह समारोह के पहले सत्र में उपस्थित थे। श्री नित्यानंद राय, गृह राज्य मंत्री, श्री मनोज कुमार, कार्यपालक निदेशक (राष्ट्रीय विपणन), बीईएल और श्री जगदीश चंद, महाप्रबंधक (रेडार) / बीईएल-गाज़ियाबाद भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

ये पुरस्कार क, ख और ग तीनों क्षेत्रों में राजभाषा नीति के कार्यान्वयन और उसके उपयोग में उत्कृष्टता के लिए केंद्र सरकारी कार्यालयों, बैंकों और पीएसयू को मान्यता प्रदान करने के लिए राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जाते हैं।

श्री श्रीनिवास राव, अधिकारी (राजभाषा) / बीईएल-कार्पोरेट कार्यालय को उनके लेख “भारतीय विज्ञापन जगत – आकार, विकास, संभावनाएं और भविष्य” के लिए हिंदीतर भाषी वर्ग में ‘राजभाषा गौरव पुरस्कार’ (द्वितीय) (2018-19) प्रदान किया गया। यह पुरस्कार केंद्र सरकार के कार्यालयों की पत्रिकाओं में प्रकाशित हिंदी के शोधपरक लेखों को प्रदान किया जाता है।

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पूर्तिकर्ताओं के लिए वेबिनार

पूर्तिकर्ताओं के लिए वेबिनार

कार्पोरेट गुणता विभाग रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार “भारत की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ” के उपलक्ष्य में बीईएल के पूर्तिकर्ताओं के लिए एक वेबिनार का आयोजन कर रहा है।

वेबिनार में प्रस्तुतीकरण (पी.पी.टी.) के विवरण इस प्रकार हैं –

दिनांक – 07-09-2021 (मंगलवार)

समय – दोपहर 2 बजे से सायं 5 बजे तक (90 मिनट का प्रस्तुतीकरण और 90 मिनट की चर्चा)

लक्षित समूह – सभी यूनिटों / एसबीयू / सीएसजी के उप-ठेका / क्रय पूर्तिकर्ता

माध्यम – इंटरनेट सिस्को वेबेक्स – लिंक

वेबिनार का विषय – “संपूर्ण आपूर्ति कड़ी में गुणता सुधार”

पूर्तिकर्ताओं से अनुरोध है कि वे वेबिनार में भाग लेने के लिए पंजीकरण कराएं।

पूर्तिकर्ताओं द्वारा पंजीकरण का लिंक नीचे दिया गया है –

https://bel-india.webex.com/webappng/sites/bel-india/meeting/info/c51871198ad74148a94b5043726795c0

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भारतीय नौसेना ने नौसैनिक द्रोण-रोधी प्रणाली की आपूर्ति के लिए बीईएल के साथ संविदा पर हस्ताक्षर किया

नई दिल्ली, 31 अगस्त, 2021 – भारतीय नौसेना ने हार्ड किट और साफ्ट किट दोनों क्षमताओं से युक्त पहली स्वदेशी, व्यापक नौसैनिक द्रोण-रोधी प्रणाली (एन.ए.डी.एस.) की आपूर्ति के लिए नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के साथ संविदा पर हस्ताक्षर किए।

आज नई दिल्ली में नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों और डीआरडीओ के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में भारतीय नौसेना और बीईएल द्वारा इस संविदा पर हस्ताक्षर किए गए। डीआरडीओ और बीईएल द्वारा द्रोण-रोधी प्रणाली के संयुक्त विकास में भारतीय नौसेना ने निरंतर सहयोग प्रदान किया और प्रमुख भूमिका निभाई।

डीआरडीओ द्वारा विकसित और बीईएल द्वारा निर्मित एन.ए.डी.एस. भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल किए जाने वाली स्वदेशी रूप से विकसित पहली द्रोण-रोधी प्रणाली है। दुश्मनों के द्रोण से होने वाले खतरों से बचने के लिए आत्मनिर्भर भारत की पहल के तहत, पूरी तरह स्वदेशी इस प्रणाली को तैयार करने में बीईएल-बेंगलूरु, हैदराबाद, पुणे और मचिलिपट्टणम यूनिटें और डीआरडीओ की प्रयोगशालाएं, एलआरडीई-बेंगलूरु, डीएलआरएल और सीएचईएसएस, हैदराबाद तथा आईआरडीई-देहरादून ने भारतीय नौसेना के साथ गहन सहयोग किया है।

नौसेना की द्रोण-रोधी प्रणाली माइक्रो द्रोण का तुरंत पता लगा सकती है और उन्हें अवरुद्ध कर सकती है और इसमें लक्ष्यों को खत्म करने के लिए लेज़र आधारित मारक कार्यप्रणाली का उपयोग किया जाता है। एन.ए.डी.एस. नौसेना की रणनीतिक संस्थापनाओं को द्रोण के बढ़ते खतरे को पूरी तरह रोकने में प्रभावी होगी।

एन.ए.डी.एस. को पहले इस वर्ष गणतंत्र दिवस की परेड में सुरक्षा प्रदान करने के लिए और उसके बाद लाल किले में माननीय प्रधान मंत्री के स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान तैनात किया गया था । 360 डिग्री कवरेज देने वाली इस प्रणाली को मोदी-ट्रंप के रोडशो के लिए अहमदाबाद में भी तैनात किया गया था।

नौसैनिक द्रोण-रोधी प्रणाली में माइक्रो द्रोण का पता लगाने और उसे अवरुद्ध करने के लिए रेडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल / इनफ्रारेड (ई.ओ./आई.आर.) सेन्सरों और रेडियो फ्रीक्वेंसी (आर.एफ.) डिटेक्टरों का इस्तेमाल किया जाता है। डीआरडीओ की आर.एफ./ग्लोबल नेवीगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जी.एन.एस.एस.) कंट्रोलर द्वारा प्रयुक्त फ्रीक्वेंसी का पता लगाता है और उसके बाद सिग्नलों को अवरुद्ध कर दिया जाता है। डीआरडीओ की द्रोण-रोधी प्रौद्योगिकी प्रणाली में तेजी से आने वाले हवाई जोखिमों से निपटने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों के लिए ‘साफ्ट किल’ और ‘हार्ड किल’ दोनों विकल्प प्रदान किए गए हैं।

एन.ए.डी.एस. के स्थैतिक और गतिशील दोनों वर्शन की आपूर्ति भारतीय नौसेना को संविदा पर हस्ताक्षर करने के तुरंत बाद की जाएगी।

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रक्षा मंत्री ने बीईएल की ट्रांसड्यूसर उत्पादन सुविधा, ऑक्सीजन कॉनसेंट्रेटर का उद्घाटन किया

बेंगलूरु, 13 अगस्त, 2021 – माननीय रक्षा मंत्री, श्री राजनाथ सिंह जी ने शुक्रवार को भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह (आजादी का अमृत महोत्सव) के अंतर्गत नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के बेंगलूरु कॉमप्लेक्स में पीएम केयर्स पहल के तहत स्थापित ट्रांसड्यूसर उत्पादन सुविधा और बीईएल द्वारा निर्मित ऑक्सीजन कॉनसेंट्रेटर का उद्घाटन (वीडियो कॉनफ्रेंस द्वारा) किया।

इस अवसर पर श्रीमती आनंदी रामलिंगम, स्थानापन्न सीएमडी, निदेशकगण तथा बीईएल और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

ट्रांसड्यूसर उत्पादन सुविधा रु. 30 करोड़ की लागत से निर्मित यह एक बृहद् संस्थागत सुविधा है जिसमें ट्रांसड्यूसर और अंतर्जलीय उपकरणों की व्यापक श्रृंखला का उत्पादन व परीक्षण किया जाएगा। ट्रांसड्यूसर परीक्षण सुविधाओं में दाब परीक्षण सुविधा, ध्वानिक परीक्षण सुविधा और भार परीक्षण सुविधा शामिल होगी। विभिन्न अवस्थाओं में गुणता और तकनीकी विनिर्देशों को नियंत्रित करने के लिए यह प्रिसीजन उपकरणों से सुसज्जित है जैसे पीज़ो-सिरामिक्स की स्टेकिंग के लिए पिसीजन जिग्स और फिक्सचर, ट्रांसड्यूसर एलिमेंट / हाइड्रोफोन का मापन व ट्यूनिंग, पोस्ट वलकेनाइज़ेशन बांडिंग मशीनें आदि।

इस सुविधा से प्रारंभिक वर्षों में रु. 75-80 करोड़ का और वर्ष 2026 तक रु. 200 करोड़ तक का वार्षिक कुल कारोबार प्राप्त होने की अपेक्षा है। ट्रांसड्यूसर नौसैनिक उपकरण का भाग है जिसका निर्माण और आपूर्ति बीईएल चार दशकों से करती आ रही है।

बीईएल का ऑक्सीजन कॉनसेंट्रेटर – बीईएल पीएम केयर्स पहल के तहत बीपीएल मेडिकल की स्वदेशी प्रौद्योगिकी से ओएनजीसी के लिए 5 एलपीएम और 10 एलपीएम के 30,000 ऑक्सीजन कॉनसेंट्रेटर का निर्माण कर रही है।

ऑक्सीजन कॉनसेंट्रेटर मरीजों को 90% से 95% तक का शुद्ध ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए परिवेशी वायु से ऑक्सीजन के कणों को फिल्टरन व सांद्रण करते हुए काम करता है। दोहरे प्रवाह आउटपुट के साथ बीईएल द्वारा निर्मित ऑक्सीजन कॉनसेंट्रेटर का उपयोग ह्रदय संबंधी व्याधियों, श्वास संबंधी बीमारियों, मस्तिष्क की थकान, एथलेटिक्स संबंधी थकान या प्लैट्यू पाइपोक्सिया के मरीजों की नैदानिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाता है। ऑक्सीजन कॉनसेंट्रेटर कोविड-19 महामारी से लड़ने में उपयोगी होता है और इसका उपयोग ऑक्सीजन की कमी का प्रबंधन करने और चिकित्सा उपकरणों के लिए औद्योगिक परितंत्र प्रदान करने के लिए किया जाता है।

बीईएल का ऑक्सीजन कॉनसेंट्रेटर जिसकी सुपुर्दगी 4-5 महीनों में की जाएगी, से वर्ष 2021-22 में बीईएल के लिए रु. 184 करोड़ का कुल कारोबार प्राप्त होने की आशा है।

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बीईएल को 3 गवर्नेंस नाऊ पुरस्कार मिले, निदेशक (मानव संसाधन) को एच.आर. लीडरशिप अवार्ड

नवरत्न पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) को राष्ट्र निर्माण, एच.आर. उत्कृष्टता और डिज़िटल सुरक्षा के लिए तीन गवर्नेंस नाऊ के पुरस्कार मिले और श्री के एम शिवकुमारन, निदेशक (मानव संसाधन), बीईएल को एच.आर. लीडरशिप अवार्ड मिला। ये पुरस्कार गुरुवार, 29 जुलाई, 2021 को ऑनलाइन माध्यम से आयोजित 8वें गवर्नेंस नाऊ पीएसयू पुरस्कार समारोह में डॉ किरण बेदी द्वारा प्रदान किए गए। चारों पुरस्कार श्री के एम शिवकुमारन, निदेशक (मानव संसाधन), बीईएल ने प्राप्त किए। गवर्नेंस नाऊ के पुरस्कार सरकारी क्षेत्र के ऐसे उपक्रमों के प्रयासों को मान्यता प्रदान करते हैं जो देश के विकास में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

ओजस्वी और दूरदर्शी एच.आर. लीडर के लिए श्री के एम शिवकुमारन, निदेशक (मानव संसाधन), बीईएल ने एच.आर. लीडरशिप अवार्ड प्राप्त किया। एच.आर. पेशेवर के रूप में उनके समृद्ध और विविध अनुभव ने एच.आर. कार्य को कारोबार में सामर्थ्यवान बनाने में मदद की है। एच.आर. की नई नीतियों को अपनाने और उन्हें कार्यान्वित करने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे कर्मचारियों और उनके परिवारों की सुख-सुविधा के प्रति विशेष रूचि लेते हैं।

बीईएल को रिकार्ड समय में 30,000 स्वदेशी आई.सी.यू. वेन्टीलेटर का निर्माण और आपूर्ति करते हुए कोविड-19 के विरुद्ध सरकार की लड़ाई में मदद करने के लिए राष्ट्र निर्माण का पुरस्कार प्रदान किया गया। चिकित्सा श्रेणी के उपकरण स्वदेशी रूप से निर्मित करने और समयबद्ध ढंग से अपने राष्ट्र की स्वास्थ्य-देखभाल संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए एक सक्षम परितंत्र तैयार करने में बीईएल गौरवान्वित महसूस करती है। यह मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत का सच्चा उदाहरण है।

सकारात्मक नेतृत्व एवं प्रबंधन के साथ एक उत्कृष्ट नियोक्ता के रूप में जिसकी समन्वित नैतिक संस्कृति और मानव संसाधन की स्पष्ट नीति है जिससे प्रेरणादायक और सहायक कार्यस्थल बनता है जहां स्टाफ को प्रतिधारित करने और उनका विकास करने में उत्कृष्टता के साथ कंपनी के मूल्यों और रणनीतिक लक्ष्यों के साथ कर्मचारी नियोजित होते हैं, के लिए पीपल केपेबिलिटी मैच्युरिटी मॉडल (पी.सी.एम.एम.) स्तर 3 हासिल करने के लिए बीईएल को एच.आर. उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया गया। कंपनी में संरचित कार्यपालक विकास

कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और नई प्रौद्योगिकियों के कार्यान्वयन या नीतिगत परिवर्तनों अथवा कारोबारी विविधीकरण के अनुसार मानव संसाधन का कौशल-उन्नयन / पुन:स्थापन भी किया जाता है। बीईएल में महिलाओं को सशक्त बनाया जाता है और बेहतर कार्य-जीवन संतुलन प्रदान किया जाता है।

सूचना और डेटा को अनधिकृत लोगों से सुरक्षित रखने के लिए इंटरनेट सुरक्षा प्रचालन केंद्र (एस.ओ.सी.) स्थापित करने के लिए बीईएल को डिज़िटल सुरक्षा का पुरस्कार प्रदान किया गया।

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भारतीय नौसेना और बीईएल ने टेक्नालॉजी इनक्यूबेशन फोरम के लिए समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

भारतीय नौसेना और बीईएल ने एक संयुक्त टेक्नालॉजी इनक्यूबेशन फोरम (टी.आई.एफ.) तैयार करने के लिए एकीकृत मुख्यालय, रक्षा मंत्रालय (नौसेना), नई दिल्ली में 29 जून, 2021 को एक समझौता-ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए।

यह टेक्नालॉजी इनक्यूबेशन फोरम भारतीय नौसेना और बीईएल की नवोन्मेषी और रचनात्मक सोच तथा उभरती प्रौद्योगिकियों को प्रोत्साहित करने की संयुक्त दूरदृष्टि को दर्शाता है। इस टी.आई.एफ. के व्यापक चार्टर में शस्त्र और सेन्सर, सूचना प्रौद्योगिकी तथा उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे कृत्रिम बुद्धि और मशीन लर्निंग, क्वान्टम कंप्यूटिंग, ऑटोनमस प्लेटफार्म / रोबोटिक्स, इमेज प्रोसेसिंग और कॉग्निटिव रेडियो के प्रक्षेत्र में प्रौद्योगिकी विकास शामिल है। टी.आई.एफ. उद्योग, शिक्षा जगत् और स्टार्ट-अप को शामिल करते हुए सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत नियोजित किए जाने वाले उत्पादों के मिशन माध्यम से विकास का नेतृत्व करेगा।

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बीईएल ने कोविड-19 की दूसरी लहर से लड़ने के लिएपीएम केयर्स निधि में रु. 5.45 करोड़ का योगदान दिया

नवरत्न रक्षा पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने कोविड-19 महामारी के प्रचंड दूसरेलहर से पैदा हुई चुनौतियों से निपटने में सरकार के सम्मिलित प्रयासों का समर्थन करते हुए, अपनीसीएसआर (कार्पोरेट सामाजिक दायित्व) निधि से पीएम केयर्स निधि में रु. 5.45 करोड़ का योगदानदिया ।

बीईएल छः राज्यों के 12 सरकारी अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की स्थापना केलिए अपनी सीएसआर निधि से रु. 4 करोड़ का भी उपयोग कर रही है ताकि उनकी ऑक्सीजन कीआवश्यकता को पूरा किया जा सके और देश के मौजूदा संकट को कम किया जा सके ।

बीईएल कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई में सहयोग करने के हरसंभव प्रयास कर रही है ।पिछले वर्ष, कंपनी ने भारत में इस महामारी से लड़ने और उसे नियंत्रित करने के लिए और साथ ही,राहत प्रयासों के लिए अपनी सीएसआर निधि से पीएम केयर्स निधि में रु.10 करोड़ जारी किए थे ।

बेंगलूरु

30 अप्रैल, 2021

अशोक के एस

वरिष्ठ उप महाप्रबंधक (कार्पोरेट संप्रेषण)

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बीईएल ने 41 उत्पादों के लिए 12 ग्रीन चैनल प्रमाण-पत्र प्राप्त किया

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के लिए यह गर्व का क्षण था, जब उसे एक वर्ष पहलेबेंगलूरु में इसकी मिलिटरी रेडार रणनीतिक कारोबारी यूनिट (एसबीयू) में निर्मित फ्लाई कैचररेडार के पुर्जों की आपूर्ति हेतु गुणता आश्वासन महानिदेशालय (डीजीक्यूए) का ग्रीन चैनल दर्जे काप्रमाण-पत्र प्राप्त हुआ था । ग्रीन चैनल नीति तैयार किए जाने के बाद से पहली बार भारत के किसीभी संगठन को यह प्रतिष्ठित प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया ।

आज इस नवरत्न रक्षा पीएसयू ने 10 एसबीयू / यूनिटों यानी रेडार के लिए गाज़ियाबाद यूनिट और मिलिटरीरेडार, नौसैनिक उत्पादों के लिए नौसैनिक प्रणाली I और नौसैनिक प्रणाली II एसबीयू, संचारउपकरणों के लिए मिलिटरी संचार एसबीयू और पंचकूला यूनिट, ऑप्टो इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों केलिए मचिलिपटनम यूनिट, मास्ट के पुर्जों हेतु नवी मुंबई यूनिट, संचार उपकरण के लिए बैटरी हेतुपुणे यूनिट और गन उन्नयन के लिए चेन्नै यूनिट में निर्मित कुल 41 उत्पादों के लिए 12 ग्रीन चैनलप्रमाण-पत्र प्राप्त किए ।

रक्षा मंत्रालय ने अपने ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अंतर्गत आसानी से कारोबार करना प्रोत्साहितकरने के लिए ग्रीन चैनल नीति लागू किया । रक्षा बलों के लिए निरंतर आवश्यक मदों के व्यापकवर्गों के लिए पूर्व-निर्धारित वित्तीय और गुणता प्रत्यायन के साथ फर्मों को ग्रीन चैनल का दर्जा प्रदानकरने की व्यवस्था की गई । डीजीक्यूए और खरीद परितंत्र के विभिन्न पणधारकों को शामिल करतेहुए ग्रीन चैनल समिति (जीसीसी) द्वारा फर्मों के प्रत्यायनों का सत्यापन करने के बाद उन्हें माल केनिरीक्षण करने का दायित्व सौंपा गया ।

ग्रीन चैनल का दर्जा निर्माता द्वारा खरीदार को दिए गए अधिकार हैं कि वह निर्दिष्ट गुणता के मालको निर्मित करने और उनकी आपूर्ति करने के लिए फर्म की अवसंरचना, गुणता नीतियाँ औरपद्धतियाओं का सत्यापन करने के बाद, खरीदार की और से या उनकी ओर से पदनामित किसीअन्य अधिकारी द्वारा उत्पादों और भंडार का औपचारिक रूप से प्रमाणन कर सके। फर्म के गुणताआश्वासन के बारे में खरीदार का विश्वास ग्रीन चैनल दर्जा प्रदान करने का मूल तत्व है ।

फोटो कैप्शन –

श्री जगदीश चंद, जीएम (रेडार)/बीईएल-गाज़ियाबाद को रिपोर्टर और भरणी रेडार औरपुर्जों की आपूर्ति के लिए गाज़ियाबाद यूनिट को ग्रीन चैनल प्रमाण पत्र प्रदान करते हुएलेफ्टिनेंट जनरल आर के मल्होत्रा, डीजी डीजीक्यूए ।
श्री रामकृष्णन एल, जीएम(एमआर)/बीईएल-बेंगलूरु को वेपन लोकेटिंग रेडार, युद्ध क्षेत्रचौकसी रेडार (मध्यम रेंज/कम रेंज) और शिल्का शस्त्र प्रणाली उन्नयन की आपूर्ति के लिएबीईएल-बेंगलूरु के मिलिटरी रेडार एसबीयू को ग्रीन चैन प्रमाण-पत्र प्रदान करते हुएलेफ्टिनेंट जनरल आर के मल्होत्रा, डीजी डीजीक्यूए ।
श्री जी एल पेड्रो, जीएम (बीईएल-चेन्नै) को एल-70 गन उन्नयन और बीएमपी मार्क IIउपकरण की आपूर्ति के लिए चेन्नै यूनिट को ग्रीन चैन प्रमाण-पत्र प्रदान करते हुए लेफ्टिनेंटजनरल आर के मल्होत्रा, डीजी डीजीक्यूए ।

बेंगलूरु

5, अप्रैल, 2021

अशोक के एस

वरिष्ठ उप महाप्रबंधक (सीसी)/सीओ